You have no items in your shopping cart.

Blog posts of '2018' 'December'

खजूर खाएं, 1 महीने में ब्‍लड प्रेशर नीचे लाएं
ब्‍लड प्रेशर आधुनिक जीवनशैली की सबसे आम बीमारी है। इसे 'साइलेंट किलर' तक कहा जाता है। जब हार्ट की धमनियों में प्रेशर बढ़ जाता है तब ब्लड को ऑर्गन तक सप्लाई करने के लिए ज्यादा प्रेशर लगाना होता है, इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं। सिरदर्द, चक्कर आना और धड़कन बढ़ना इसके प्रमुख लक्षण हैं। हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है। इससे पीड़ित लोगों को बीपी कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो बीमारी में शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचता है। हाई ब्‍लड प्रेशर होने पर हार्ट अटैक, किडनी में खराबी आदि जैसी समस्‍याएं होने की संभावना बढ़ जाती है। खान-पान की गलत आदतें, मानसिक तनाव और ठीक से नींद ना लेना इस समस्‍या का मुख्‍य कारण है। लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि खजूर की मदद से आप अपना ब्‍लड प्रेशर कंट्रोल कर सकते हैं। हाई ब्‍लड प्रेशर के लिए खजूर दिखने में छोटे खजूर में भारी मात्रा में विटामिन और मिनरल के साथ-साथ प्रोटीन भी पाया जाता है। इसके अलावा फाइबर के गुणों से भी युक्त है खजूर। साथ ही खजूर में विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, ए1 और विटामिन सी भी पाया जाता है। इसके साथ ही पोटैशियम से भरपूर लेकिन सोडियम से मुक्त होता है खजूर। खजूर को ड्राई फ्रूट की श्रेणी में रखा जाता है, जिसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ हैं। इसके अलावा ये टेस्टी भी होते है। सामग्री खजूर- 3 गर्म पानी- 1 गिलास ऐसे करें इस्तेमाल रोजाना सुबह नाश्ते से पहले तीन खजूर खाएं। इसके तुरंत बाद गर्म पानी पी लें। इस उपाय को लगातार एक महीने तक दोहराएं। हालांकि आप एक महीने बाद भी इस उपाय को ले सकते हैं। लेकिन ध्‍यान रहें कि इस उपाय के साथ-साथ आपको अपने खान-पान का भी ध्‍यान रखना है और साथ ही नियमित रूप से एक्‍सरसाइज भी करनी है। साथ ही इस उपाय के साथ हाई ब्लड प्रेशर के लिए डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें। हां अगर आपको लगे कि लक्षण कम होने लगे हैं, तो आप अपने डॉक्टर से इस बारे में बात कर सकते हैं।
Ayurvedic tips for Migraine Pain(माइग्रेन से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय)
माइग्रेन से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय Ayurvedic tips for Migraine Pain ये सिर में रह रह के होने वाला दर्द है, जो सिर के एक तरफ ही होता है। इसके साथ ही रोशनी और आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता, उल्टी और मतली होती है। इस बात का ध्यान रखें कि सिरदर्द लगातार ना होने लगे और आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना ना करना पड़े। माइग्रेन से बचने के उपाय (Ayurvedic tips for Migraine Pain) 1.संतुलित व पौष्टिक आहार का प्रयोग करें। 2.भोजन का समय तय कर समयनुसार भोजन करें। 3.किसी भी बात का तनाव न ले और सकारात्मक विचार बनाए रखें। 4.अपनी पूरी नींद ले। 5.थकान महसूस होने पर विश्राम करें। 6.हल्के हाथ से सर में मालिश करें। 7.खुद को व्यस्त रखें और ऐसे काम जिससे आपका मन संतुष्ट हो। 8.किसी भी तरह के विवाद और तनाव से बचें। किसी से घमंड न करें।